Thursday 29 April 2021

Learn About the Cultivation of Herbal Crops from the Kisaan Helpline


वर्तमान समय में कोरोना वायरस के इस दौर में यदि देखा जाए तो हर चीज संक्रमित (Infected) हो सकती है। इंफेक्शन और महामारी के इस संकट में जिस प्रकार लगातार संक्रमण बढ़ रहा है, उसे देखते हुए यदि हम हर्बल चीजों की तरफ बढ़े तो ज्यादा बेहतर होगा। क्योंकि हर्बल चीजें मुख्य रूप से प्राकृतिक होती हैं तो हमें नुकसान नहीं पहुंचाती हैं। यदि हम हर्बल उत्पादों का इस्तेमाल करते हैं, तो शायद हमारा जीवन बेहद सुखद और पीड़ा रहित हो सकता है। जड़ी बूटी और औषधि युक्त पौधों को उगाना उनकी देखभाल करना ही हर्बल खेती कहलाता है। उनमें ऐसे औषधीय गुण होते हैं जो बड़ी से बड़ी बीमारी ठीक करने में सक्षम होते हैं। साथ ही हर्बल प्रोडक्ट, जड़ी बूटी और औषधि से हमारा आंतरिक सिस्टम (Immunity power) मजबूत होता है और हम लंबे समय तक स्वस्थ रह सकते हैं। Kisaan Helpline - Agri Marketplace - Sustainable Agriculture in India @https://www.kisaanhelpline.com


हर्बल खेती के लिए मुख्य फसलें जैसे- तुलसी, चीया सीड, चिरायता (कालमेघ), गिलोय, हल्दी, सफ़ेद मूसली, कलौंजी, मेंथा, चाय, कॉफ़ी, आंवला, जटामांसी, मुलेठी, तेज पत्ता, दाल चीनी, संतरा, एलोवेरा आदि अनेक फसलें है जिनकी खेती आसानी से की जा सकती हैं और लाभ कमाया जा सकता हैं।


जड़ी बूटी और औषधीय पौधों की खेती वर्तमान समय में फायदे वाली खेती हैं। औषधीय पौधों का उपयोग आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति में किया जाता है, जिसकी मांग देश की आयुर्वेदिक कंपनियों के साथ-साथ अंतररष्ट्रीय बाजार में भी रहती है। हर्बल खेती के जितने ज्यादा फायदे गिनाये जाए उतने कम है क्योंकि औषधीय गुण वाली यह जड़ी बूटियां सदैव ही प्रत्येक इंसान को फायदा देने का ही काम करती हैं। वर्तमान समय में हर्बल उत्पाद की मांग बहुत ज्यादा बढ़ गई है, इसलिए इसका सबसे बड़ा फायदा उत्पादक को मिल सकता है।


जड़ी बूटी और औषधीय पौधों की खेती कैसे करें


सर्वप्रथम हर्बल खेती के लिए आपको एक पर्याप्त भूमि का चयन करना होगा। उसके बाद आपको यह देखना होगा कि जो पहले से खेती का काम कर रहे हैं, उनके पास जाकर उनसे उर्वरक और बीज से जुड़ी सभी जानकारी ले लेनी चाहिए। तत्पश्चात जड़ी बूटियों के बारे में जानकारी भी आपको प्राप्त करनी चाहिए कि आपको आसानी से जड़ी बूटियां कहां से और कैसे मिल सकते हैं। खेती के सभी गुण प्राप्त करने के बाद आप आसानी से हर्बल खेती का व्यवसाय आरंभ कर सकते हैं। और हर्बल खेती से सम्बंधित फसलों की सम्पूर्ण जानकरी किसान हेल्पलाइन के पोर्टल पर उपलब्ध हैं। जड़ी बूटी और औषधीय पौधों की खेती के लिए अनुकूल समय, जलवायु, मिट्टी, खेत की तैयारी, खाद एवं उर्वरक, सिंचाई, कटाई और उत्पादन से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी किसान हेल्पलाइन के पोर्टल पर उपलब्ध हैं। Kisaan Helpline Agriculture Portal: https://www.kisaanhelpline.com

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